सुलतानपुर. उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर के पीडब्ल्यूडी निवासी हिमांशु सिंह हत्याकांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। छानबीन में पता चला है कि प्रेमिका के पिता ने 50 हजार की सुपारी देकर हिंमाशु की हत्या करवाई थी। घटना को अंजाम देने वाले दो आरोपितों गुफरान निवासी खैराबाद व वाहिद खान निवासी कोथरा कला चांदा को पुलिस ने दबोच लिया है। वहीं, हत्याकांड में शामिल मृतक की प्रेमिका व उसकी मां व नौकर समेत तीन अन्य लोगों की तलाश की जा रही है। वारदात में इस्तेमाल की गई महाराष्ट्र नंबर की स्कोडा कार को भी बरामद कर लिया गया है। सीओ सतीश चंद्र ने बताया कि प्रेमिका के पिता को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है।
तीन दिसंबर को हुआ लापता, बाराबंकी में मिला शव
बता दें, तीन दिसंबर की शाम हिमांशु अचानक लापता हो गया। काफी खोजबीन के बाद भी जब वह घर नहीं लौटा तो पीडब्ल्यूडी रोड निवासी उसके भाई शिवेंद्र प्रताप सिंह ने कोतवाली नगर में गुमशुदगी की शिकायत की। चार दिसंबर को हिमांशु का शव बाराबंकी जिले के लोनी कटरा में पाया गया। बाराबंकी पुलिस की सूचना पर पहुंचे परिवारजन ने मृतक की पहचान की।
सीओ सतीश चंद्र शुक्ल ने बताया कि कॉल डिटेल व असरोगा टोल प्लाजा पर लगे सीसी कैमरे से तीन दिसंबर की रात 12 बजकर पांच मिनट पर एक स्कोडा कार के गुजरने की फुटेज प्राप्त हुई। जांच में पाया गया कि शास्त्री नगर की रहने वाली सेजल से हिमांशु का प्रेम संबंध था। सेजल के पिता डॉ प्रदीप मिश्रा को जब इस बात की जानकारी हुई तो हिमांशु को रास्ते से हटाने की योजना तैयार की। डॉ. प्रदीप ने 50 हजार रुपये देकर वाहिद को हत्या करने के लिए तैयार कर लिया।
तीन दिसंबर को हिमांशु, डॉ. प्रदीप के घर पर मौजूद था। मौके पर सेजल, उसकी मां व उसका नौकर अमजद भी थे। बातचीत हो ही रही थी कि वाहिद ने पाइप से सिर पर वारकर हिमांशु की हत्याकर दी और शव को स्कोडा कार की डिक्की में डालकर लोनी कटरा ले जाकर फेंक दिया।
पुलिस को भ्रमित करने का किया प्रयास
पुलिस को भ्रमित करने के लिए इन लोगों ने शव के पास दो जींस पैंट व एक नेकर भी फेंक दिया था। शव को ले जाते वक्त हिमांशु का मोबाइल बंद हो गया था। जिसके बाद वाहिद ने अपने फोन में हिमांशु के सिम को लगाकर लोकेशन को कहीं और दिखाने की भी कोशिश की थी। सीओ सतीश चंद्र ने बताया कि डॉ प्रदीप को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया है। वाहिद हत्या के एक अन्य मामले में भी जेल जा चुका है।
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