खाकी वर्दी पहनने वाली उस महिला सिपाही पर जिम्मेदारी थी समाज की रक्षा करने की लेकिन समाज की रक्षाक वह महिला सिपाही खुद की भक्षक बन बैठी. मामला उत्तर प्रदेश के इटावा का है जहाँ बच्चा किडनैप करने वाली महिला सिपाही को एसएसपी आकाश तोमर ने सस्पेंड कर दिया. इसके साथ ही एसएसपी के आदेश पर उसे हिरासत में लेने के बाद जेल भेज दिया गया. महिला सिपाही ने बच्चा कन्नौज से किडनैप किया था.
बता दें कि कन्नौज के सौरिख कस्बे के नगरिया महादेव मोहल्ले में रहने वाले शानू की सकरावा रोड पर मिलन बैंड के नाम से दुकान है. बुधवार दोपहर करीब तीन बजे शानू घर पर खाना खाने आऐ थे. घर से दुकान पर जाते समय पीछे से चार वर्षीय बेटा आयुष भी निकल आया. थोड़ी दूर चलने के बाद भटक कर रोने लगा. इस दौरान राजापुर निवासी सुरेंद्र आयुष से पूछताछ करने लगे. तभी एक महिला सिपाही हेलमेट लगाए बाइक चालक के साथ आई तथा थाने ले जाने की बात कहकर आयुष को लेकर चली गई.
बेटे के गायब होने के बाद शानू ने थाना पुलिस से शिकायत की. पता चला कि महिला सिपाही आयुष को लेकर थाने पहुंची ही नहीं. इससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पुलिस ने महिला सिपाही की तलाश शुरू की. छानबीन में सामने आया कि इटावा जनपद के बकेवर थाने में तैनात महिला पुलिसकर्मी सौरिख थाने में तामीला कराने आई थी, लौटते समय आयुष का अपहरण कर लिया.
इटावा पुलिस से संपर्क के बाद पुलिस छानबीन करती हुई कानपुर के बर्रा थाना क्षेत्र में महिला पुलिसकर्मी के घर पहुंची. पुलिस को यहां आयुष मिल गया. महिला सिपाही से पूंछताछ की गई तो वह गुमराह करती रही. वह बच्चे को सौरिख से कानपुर लेकर जाने के सवाल का जवाब न देकर पुलिस को गुमराह करती रही. आशंका है कि वह गलत धंधों में भी लिप्त रही है. एएसपी ने बताया कि उसके गलत धंधों में लिप्त होने की आशंका को लेकर सीडीआर निकलवाई जा रही है। चार-पांच साल तक का रिकार्ड देखा जाएगा.